tag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post983892438675378038..comments2024-02-19T13:48:23.266+05:30Comments on अगड़म बगड़म स्वाहा....: राम भरोसे की चाय भरोसे !!!!देवांशु निगमhttp://www.blogger.com/profile/16694228440801501650noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-81260600182446064212012-11-12T10:37:30.772+05:302012-11-12T10:37:30.772+05:30दीपोत्सव पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायें .......दीपोत्सव पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायें ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-6558047228238583762012-11-11T06:50:44.425+05:302012-11-11T06:50:44.425+05:30आपकी इस अद्भुत चाय कविता में वित्त भी झलकता है - ३...आपकी इस अद्भुत चाय कविता में वित्त भी झलकता है - ३ रूपये की मठ्ठी और ५ रूपये का समोसा, आजकल किधर मिलता है, कम से कम १५ रूपये का समोसा कचोरी हो चला है ।<br /><br />वैसे कविता लिखने का ट्राय सोने से पहले भी कीजियेगा, अनूप जी की बात से तो हम एकदम सहमत हैं।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-81068303030193746342012-11-10T07:16:34.802+05:302012-11-10T07:16:34.802+05:30अद्भुत रामभरोसे काव्य!
इससे क्या यह निष्कर्ष निका...अद्भुत रामभरोसे काव्य! <br />इससे क्या यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि दुनिया का उत्कृष्ट लेखन सुबह जल्दी (मजबूरन ही सही ) उठने पर होता है। पुराने जमाने के बड़े कवि लोग सुबह जल्द ही उठते रहे हैं। अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-70858366235540729282012-11-10T03:47:05.809+05:302012-11-10T03:47:05.809+05:30:):)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-11159096486837418972012-11-09T20:32:14.678+05:302012-11-09T20:32:14.678+05:30बेहतरीन रचना।
बधाई बेहतरीन रचना। <br />बधाई Soniya Gaurhttps://www.blogger.com/profile/07799306494755721452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-80073619220588754962012-11-09T20:08:51.593+05:302012-11-09T20:08:51.593+05:30अच्छा लगा पढ़कर:)अच्छा लगा पढ़कर:)ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-45004096244769875352012-11-09T19:53:26.306+05:302012-11-09T19:53:26.306+05:30Narak me jaane ki planning poori, kaam kare aise-a...Narak me jaane ki planning poori, kaam kare aise-aise...<br />Ram bharose k chai bharose :Pmonalihttps://www.blogger.com/profile/00644599427657644560noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-15131948496216154242012-11-09T19:42:07.874+05:302012-11-09T19:42:07.874+05:30शुक्र करो मियाँ जहाँ हो वहां ज़िंदगी तो है :-) शुक्र करो मियाँ जहाँ हो वहां ज़िंदगी तो है :-) Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-48833221488067459132012-11-09T19:16:52.592+05:302012-11-09T19:16:52.592+05:30हम कुछ नहीं बोलेंगे... बाकी शिखा दी के कमेन्ट में ...हम कुछ नहीं बोलेंगे... बाकी शिखा दी के कमेन्ट में एक लाईन तुक में बना देता हूँ... <br />नाम में देवों का अंश, और काम करे असुरों जैसे, <br />राम भरोसे की चाय भरोसे राम भरोसे की चाय भरोसे.. :)Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-43838920994010446982012-11-09T18:20:45.620+05:302012-11-09T18:20:45.620+05:30ही ही ही! अकसर सुबह की हमारी नींद भी ऐसे ही खराब ह...ही ही ही! अकसर सुबह की हमारी नींद भी ऐसे ही खराब होती है. किसी और की भी होती है ये देखकर मज़ा आ रहा है. अभी आजे सुबह-सुबह जब चाय बनाना पड़ा था तो ठीक यही कहावत हमें भी याद आयी थी कि 'खुद के मरे बिना स्वर्ग नहीं मिलता' तुमलोग तो लड़का लोग हो. तुमसे कह सकते हैं कि शादी कर लो चाय बनाने वाली मिल जायेगी, यहाँ तो उसके बाद भी खुदी को बनानी पड़ती है :( <br />वैसे कविता तुम्हारी ज़बरदस्त है. हम यही सोच रहे हैं कि अक्सर चाय वाले भैया लोग का नाम 'राम' से ही क्यों शुरू होता है. हमरे चाय वाले भैया का नाम 'रामू' है :) muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-72711718305923046942012-11-09T16:08:06.588+05:302012-11-09T16:08:06.588+05:30ये जो पोस्ट तुमने लिखी है ये इंडिया में रहने वाला ...ये जो पोस्ट तुमने लिखी है ये इंडिया में रहने वाला ही लिख सकता है :):) क्या है कि यहाँ सुबह की नींद बर्बाद करने ऐसा कोई व्यवधान नहीं आता.तो हमने तो बड़ा एन्जॉय किया तुम्हारा नींद खराब होना.<br />बाकी रही कविता.तो.<br />नाम में देवों का अंश, और काम करे असुरों का, (कालजयी कविता सुना कर :P)<br />राम भरोसे की चाय भरोसे राम भरोसे की चाय भरोसे.<br />जोड़ लेना इसे भी अपनी कालजयी कविता में :P.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-11222058557227015722012-11-09T13:53:26.522+05:302012-11-09T13:53:26.522+05:30 padh hi daali ab dekhaa jayega jo hoga ....:) padh hi daali ab dekhaa jayega jo hoga ....:) Bhawna Kukretihttps://www.blogger.com/profile/01524665656092886448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1031779511720763402.post-62812378474337225272012-11-09T13:00:38.443+05:302012-11-09T13:00:38.443+05:30जिस दिन प्लान करते है उस दिन सुबह से घंटी ना बजे ...जिस दिन प्लान करते है उस दिन सुबह से घंटी ना बजे होता ही नहीं ...सुबह वाला झूठ तो हम भी अक्सर बोलते है कौन उतरे 1st फ्लोर से <br />बाकि कविता तो एक दम चकाचक इस विधा को कॉपीराईट करवा लो :-)sonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.com